ये कविता उन तमाम जिद्दी लोगो को ध्यान में रख के लिखी गयी है जिनकी जिद ने कितनी ही क्रांतियों की नींव... ये कविता उन तमाम जिद्दी लोगो को ध्यान में रख के लिखी गयी है जिनकी जिद ने कितनी ह...
एक दिन, चुपचाप, मर जाते हैं लड़के...! एक दिन, चुपचाप, मर जाते हैं लड़के...!
मारा, पीटा और मौत की नींद सुलाया है क्या भूल गया की कन्या ही उसका आधार है। मारा, पीटा और मौत की नींद सुलाया है क्या भूल गया की कन्या ही उसका आधार है।
सब कुछ अपने बारे में बताना है, अभी बहुत कुछ है जो समझाना है। सब कुछ अपने बारे में बताना है, अभी बहुत कुछ है जो समझाना है।